Zindagi Kya Hai | जिंदगी क्या है?- The Life Road
जिंदगी क्या है ?
जिंदगी क्या है – जीवन का अर्थ क्या है – ऐसा सवाल कभी-कभी खामोशा दुख भरी मन में आता है –
जिंदगी ईश्वर का दिया एक उपहार है – इस उपहार को ग्रहणकरो।
जिंदगी एक लम्बी यात्रा है – इसकी हर पड़ाव को मुस्कुराते हुए पूरा करो।
तो चलिए जिंदगी की लंबी यात्रा में चलिए-
जीवन एक कहीं कथानी रास्ता है। जाते समय, हर समय कहते हैं- आज दुख को लेकर चल रहा हूं , कल सुख को लेकर चलूंगा। पता नहीं यह दो- जीवन की वही रास्ते में उसके ही प्रतीक्षा में रहते हैं।
एक कुछ दूर ले जाता है और एक कुछ दूर ले आता है। दोनों एक साथ पता नहीं क्यों नहीं चलते- जीवन आज दुख के साथ यात्रा किए , कल सुख के साथ यात्रा करेगा । इस जीवन में, सुख हाथ छोड़ दे तो दुख हाथ पकड़ ले, दुख हाथ छोड़ दे तो फिर से सुख हाथ थाम ले । जिंदगी के रास्ते में यह दोनों हमें कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे।
इस जीवन के रास्ते में अनेक लोग आएंगे कुछ बातें करके चले जाएंगे लेकिन इनके बीच में सच्चाई यह है कि हमारी -जीवन । प्रश्न उठता है- जीवन क्या है?
कहीं कहते हैं जीवन शरीर की एक आत्मा है जो दिल में धड़कता है-
सही कहते हैं जीवन -जन्म और मृत्यु एक गधा है|
अच्छा सुखद जीवन और दुखद जीवन वह फिर क्या है? इसमें भी कुछ लोग कहते हैं – जीवन में पैसा, पावर, प्रेम इस तीन चीज होना ही जीवन को सार्थक कहलाता है। और दुखद जीवन शायद यह सुखद से उल्टा होगा। लेकिन कहीं लोग कहते हैं- जीवन की लक्ष्य से हार जाना ही जीवन की बड़ी दुख है। सही कहते हैं – जीवन में परिवार ना होने का अर्थ दुखद जीवन । जीवन में मां-बाप की अनुपस्थिति- दुखद जीवन। भाई-भाई के बीच में दरार- दुखद जीवन । यह सत्य है अपने अंदर झांक के देखो क्या यह सत्य है? – हां.. बिल्कुल |
जीवन की इस रास्ते में केबल दुख- सुख नहीं होता , उसके साथ संघर्ष एवं लक्ष्य को साथ लेकर चलना पड़ता है। अंतिम रास्ते तक।
आधुनिक जीवन में मनुष्य हर समय परेशान रहता है जीवन के संघर्ष को लेकर। वह डर जाता है, संघर्ष करके वहीं लक्ष्य हासिल ना हुआ तो। इस कारण से संघर्ष करना छोड़ देता है। वह भूल जाता है लक्ष्य के शीर्ष पर पहुंचने से पहले संघर्ष की सीढ़ी पर पैर रखना पड़ता है। लक्ष्य हासिल होता है संघर्ष को मात देकर।
सुखद जीवन के लिए लक्ष्य नितांत आवश्यक। लक्ष्य फसल होने से जीवन सुखद से भर जाता है। जीवन के रास्ते में लक्ष्य केवल एक ही नहीं होता।
This Article Credit by. My 15 year old brother AMIT K.
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