Umesh Pal Kon tha (कैसे हुई मौत) – उमेश पाल का जीवन परिचय
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम उमेश पाल की जीवनी के बारे में जानेंगे क्योंकि इन दिनों में इनकी खबर काफी चर्चा में है। आपको भी पता होगा कि इनको किस तरह दिन दहाड़े गोली मार दी गई। आखिर ऐसी क्या वजह रही होगी तो आगे हम जानेंगे आर्टिकल पर बने रहे अंत तक।
उमेश पाल की हत्या का नाम सुनते है तो इसमें एक ओर नाम राजू पाल का नाम सामने आता है जिनको 2005 में मार दिया गया था तो इनका उमेश पाल से क्या कनेक्शन है आगे जानेंगे।
Umesh Pal Kon tha – उमेश पाल का जीवन परिचय
दोस्तों उमेश पाल उत्तरप्रदेश के प्रयागराज शहर में रहने वाले व्यक्ति हैं। जिनकी मृत्यु 24 फरवरी 2023 हुई क्योंकि उन्हें मारा गया था। वह एक वकील थे।
उमेश पाल के रिस्तेदारो व उनके परिवार ने बताया कि राजू पाल के बचपन के दोस्त थे। इनकी पत्नी जया का कहना है कि ये राजू हत्याकांड के चश्मदीद गवाह थे। उनके अनुसार अतीक अहमद व उनके साथियो ने उमेश का 2006 व 2016 में अपहरण किया था। और उसके पक्ष में बयान देने के लिए मजबूर किया।
न्यायालय से जुड़े मामले की इन्वेस्टीगेशन करने के बाद घर के लिए रवाना हो गए तो घर के बहार पहुचने पर उन पर जानलेवा हमला हुआ ओर उन्हें मारा दिया गया।
इस हमले में एक सुरक्षाकर्मी ‘संदीप निसाद’ की भी मोत हो गई। ओर आरक्षी राघवेंद्र सिह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
उमेश पाल की शिक्षा
उमेश पाल का बचपन भी साधारण व सामान्य था। ये पढ़ाई में लगभग ठीक-ठाक ही थे। इन्होने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज से पूरी की। और इसके बाद इन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए कानून विषय को चुना ओर इसमें आगे जाकर एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की।
उमेश पाल का परिवार
दोस्तों उमेश पाल विवाहित थे। इनकी पत्नी का नाम जया पाल था। इनके कुल चार बच्चे हैं जिनमें दो बेटे व दो बेटियां हैं। इनके बेटों का नाम आदित्य व आरव है और बेटियो का नाम दिव्या व काव्या है। उमेश पाल के माताजी का नाम शांति पाल है।
उमेश पाल और राजू पाल का क्या संबंध है
दोस्तों जब राजू पाल सिंह ने विधायक का चुनाव लड़ा था तो इनके विपक्ष में अहमद का भाई था। मैं आपको बता दूं कि अहमद एक बहुत ही बड़ा अपराधी है। जो प्रयागराज के पश्चिम में रहता है। जहां उसका काफी ज्यादा दबदबा है। जब राजू पाल 2005 में अतीक के भाई को हराकर विधायक बने तो उसके 2 महीने बाद उनकी हत्या कर दी गई।
राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल थे। जो उसके हत्यारों को सज़ा दिलाने चाहते थे। उमेश पाल व राजू दोनों बचपन के दोस्त हैं। तब से लेकर आज तक यह कोर्ट में केस लड़ रहे थे।
उमेश पाल और अतीक अहमद के बिच विवाद
दोस्तों इस मामले की शुरुआत 2004 में शुरू हुई थी। जब राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई अशरफ को चुनाव में हराया था। लेकिन इसका ऐसा मुआवजा राजू पाल को चुकाना पड़ेगा यह पता नहीं था। और फिर 25 जनवरी 2005 को धूमनगंज के चारों तरफ से घेर कर राजू पाल को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। राजू पाल की वहीं मृत्यु हो गई।
इतने बड़े हमले में उनके अलावा दो अन्य व्यक्ति संदीप यादव और देवीलाल की भी मौत हो गई थी। पुलिस सीबीसीआईडी और फिर बाद में सीबीआई ने इस मामले की जांच की जिसमें अतीक अहमद व उनके भाई अशरफ के अलावा 10 अन्य लोगों के खिलाफ प्रमाण निकालें।
उमेश पाल की हत्या
दोस्तों जब राजू पाल की हत्या हो गई लेकिन उनके दोस्त उमेश पाल बच गए। और उन्होंने अपने दोस्त के न्याय के लिए कैश को लड़ना चालू किया। व कातिलों को सजा दिलवाने का दृढ़ संकल्प लिया।
दोस्तों अब बात आती है गवाही की क्योंकि अतीक अहमद के खिलाफ गवाही देना इतना आसान नहीं था। क्योंकि अतीक अहमद के दबदबे की वजह से कोई भी उसके खिलाफ गवाही देने के लिए तैयार नहीं होता था और जो लोग भी तैयार हुए थे उन्हें अतीक अहमद ने किसी न किसी प्रकार से दबा दिया जाता था।
दोस्तों इन सभी घटनाओं के बावजूद भी उमेश पाल ही थे जो पूर्व विधायक राजू पाल के हत्यारों को सज़ा दिलाना चाहते थे।
उमेश पाल की पत्नी ने बताया की उमेश को सन् 2006 में राजू पाल की गवाही (बयान) को बदलने के लेकर अतीक ने उनका अपहरण भी करवाया। किन्तु उमेश पाल अपने विचारों पर मजबूत रहे। हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट में मामले को ले जाते रहे।
दोस्तों इस प्रकार उमेश पाल अपने दोस्त को न्याय दिलाने के लिए डटे रहे। लेकिन अतीक अहमद ने राजू पाल की तरह ही उमेश पाल को 24 फरवरी 2023 को गोलियों से मार डाला। लेकिन दोस्तों उमेश पाल ने अपनी दोस्ती को मरते दम तक निभाया।
उमेश पाल से जुड़े रोचक तथ्य
उमेश पाल से जुड़े रोचक तथ्य निम्न है-
✓ उमेश पाल और राजू पाल बचपन के गहरे दोस्त हैं।
✓ जब उमेश पाल को गोली मारी गई तो उनको बचाते हुए सुरक्षाकर्मी की भी मौत हो गई।
✓ उमेश पाल की हत्या का सारा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद है।
✓ उमेश पाल को अपने दोस्त राजू पाल के बारे में बयान को बदलने के लिए कई बार धमकाया गया।
✓ उमेश पाल ने एलएलबी की डिग्री हासिल की हुई है तथा पेशेवर से एक वकील है।
✓ उमेश पाल ने अपने दोस्त को न्याय दिलाने के लिए 18 साल तक लड़ाई लड़ी है।
FAQ
Q. उमेश पाल कौन थे?
उमेश पाल पूर्व विधायक राजू पाल के करीबी दोस्त थे।
Q. उमेश पाल को क्यों मारा?
उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह था जो अपने दोस्त को न्याय दिलाना चाहता था जिसके कारण उसे मारा गया।
Q. उमेश पाल को किसने मारा?
अतीक अहमद ने।
Q. उमेश पाल क्या काम करता था?
उमेश पाल वकील था।
Q. उमेश पाल के कितने बच्चे हैं?
उमेश पाल के कुल 4 बच्चे हैं जिनमें से दो बेटियां और दो बेटे हैं।
Q. उमेश पाल का मामला क्या है?
दोस्तों उमेश पाल सन् 2005 में प्रयागराज में बहुजन समाज वादी पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या का एक प्रमुख चश्मदीद गवाह था।
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